मंगल पांडे जिन्होंने बंगाल नेटिव इन्फैंट्री की 34वीं रेजिमेंट में एक सिपाही के रूप में कार्य किया, वह स्वतंत्रता के पहले युद्ध के सबसे प्रमुख व्यक्तियों में से एक थे। उन्हें “शहीद मंगल पांडे” के नाम से भी जाना जाता है। मंगल पांडे को भारत के लोगों की व्यक्तिगत मान्यताओं और धार्मिक भावनाओं के साथ अन्याय के खिलाफ लड़ने के उनके साहस और धैर्य के लिए सम्मानित किया जाता है जिसकी जानकारी स्टूडेंट्स के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम मंगल पांडे के बारे में 10 लाइन जानेंगे।
- ICC T20 World Cup 2024: IND vs SA Final भारतीय शेर बनाम अफ्रीकी शेर, कौन बनेगा किंग? चेक करें फाइनल डिटेल्स
- Meter To Feet Calculator
- प्रेगनेंसी के दूसरे महीने के लक्षण
- अभी बेकार नहीं हुए हैं 2000 रुपये के नोट, RBI ने खुद किया खुलासा, नए साल पर क्यों रिजर्व बैंक ने किया जिक्र?
- जब महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से लौटे तो पूरे देश की नजर उन पर क्यों थीं?
मंगल पांडे के बारे में
सीडेड और विजित प्रांत (अब उत्तर प्रदेश) के ऊपरी बलिया जिले के एक गाँव नगवा में पैदा हुए मंगल पांडे एक हिंदू ब्राह्मण परिवार से थे। वह 1849 में बंगाल सेना में भर्ती हुए और मार्च 1857 तक 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री की 5वीं कंपनी में एक निजी सैनिक (सिपाही) के रूप में कार्य किया। ब्रिटिश अधिकारियों के खिलाफ उनकी अवज्ञा ने भारतीय विद्रोह की अगुवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Bạn đang xem: जानें मंगल पांडे के बारे में 10 लाइन
Xem thêm : 10 Lines on Subhash Chandra Bose: छात्रों के लिए सुभाष चंद्र बोस के बारे में 10 लाइन
यह भी पढ़ें : Revolt of 1857 in Hindi: जानिए 1857 का विद्रोह क्या है और क्यों हुआ?
मंगल पांडे के बारे में 10 लाइन
मंगल पांडे के बारे में 10 लाइन कुछ इस प्रकार है :
- मंगल पांडे भारत के पहले स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने अंग्रेजों का विद्रोह किया था।
- 19 जुलाई 1827 को मंगल पांडे का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नगवा गांव में हुआ था।
- उनके पिता का नाम दिवाकर पांडे और माता का नाम अभय रानी देवी था।
- वह एक हिंदू ब्राह्मण थे।
- मंगल पांडे जब 22 वर्ष के थे तब वे ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में एक सैनिक थे।
- वह बहुत दृढ़ निश्चयी वाले थे और अपने काम में कड़ी मेहनत करते थे।
- वे अपने सारे कर्तव्य का पालन बहुत ही निष्ठा और लगन के साथ पूरा करते थे।
- मंगल पांडे ने ही 1857 में पहली गोली चलाकर आजादी की लड़ाई की शुरुआत की थी।
- दुर्भाग्य से वे पकड़े गये और 8 अप्रैल 1857 को उन्हें फाँसी की सजा सुना दी गई।
- मंगल पांडे को जब ब्रिटिश अधिकारी ने कारसूत भरने का आर्डर दिया तो उन्होंने इसका विद्रोह किया क्योंकि कारसूत भरने की ट्रेनिंग के समय सेना में अफवाह फैल गई की कारसूत में गाय और सुअर की चर्बी का उपयोग किया जाता है। जो हिन्दू व मुस्लिम दोनों ही धर्म का अपमान है।
Xem thêm : विश्व के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची
यह भी पढ़ें : मंगल पांडे पर कविता : पढ़िए भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मंगल पांडे पर कविताएं
सम्बंधित आर्टिकल्स
FAQs
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको मंगल पांडे के बारे में 10 लाइन के बारे में पता चल गया होगा। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
Nguồn: https://tromino.eu
Danh mục: शिक्षा