एल्विश यादव को कोर्ट से राहत, NDPS एक्ट की धाराओं में हुआ बदलाव

एल्विश यादव को कोर्ट से राहत, NDPS एक्ट की धाराओं में हुआ बदलाव

एल्विश यादव को कोर्ट से राहत, NDPS एक्ट की धाराओं में हुआ बदलाव

8/20 ndps act in hindi

ग्रेटर नोएडा की जिला जेल से एल्विश यादव को सूरजपुर कोर्ट में एक बार फिर लाया गया. एल्विश पर लगी धाराओं को संशोधित करने के लिए लाया गया था. एल्विश के साथ आज गिरफ्तार हुए उसके नजदीकी विनय और ईश्वर को भी एसीजीएम-1 की कोर्ट में पेश किया गया. जहां से 2 आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक ही हिरासत में भेज दिया गया गया है. एल्विश को पहले ही 14 दिन की न्यायिक रस्त में भेजा जा चुका है.

बता दें कि बुधवार शाम फिर से एक बार एल्विश यादव को भारी सुरक्षा के बीच सूरजपुर न्यायालय में पेश किया गया. एल्विश यादव पर दर्ज मुकदमें में जो धारा लगी हैं, उसमें एक धारा है 8/20 जिसको संशोधित कर 8/22 किया गया है. यह धारा भी नॉन सी लेवल है इसी को चेंज करने के लिए आज एल्विश यादव को कोर्ट लाया गया था. इसी दौरान बुधवार को एल्विश यादव के नजदीकी विनय और ईश्वर को भी कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया. जहां पर दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. फिलहाल एल्विश यादव की मुश्किलें कम हम होते नहीं दिख रही हैं, क्योंकि इस समय सूरजपुर न्यायालय में वकीलों की हड़ताल चल रही है.

नोएडा जोन के डीसीपी विद्यासगर मिश्र ने बताया कि एल्विश यादव को तीन दिन पहले गिरफ़्तार किया गया था, लेकिन इस पूरे मामले में अब पुलिस ने धारा में संशोधन किया है तो उसके लिए एल्विश यादव को आज फिर से दोबारा कोर्ट में पेश किया गया है. पहले लगाई गई धारा 8/20 को संशोधित कर 8/22 किया गया है. एल्विश और उसके साथियों को कोर्ट ने 14 दिन की न्याय से हिरासत पर भेज दिया गया है. 8/22 धारा में मन को प्रभावित करने वाली कोई भी औषधि जिसकी राज्य और राज्य से बाहर बेचने ओर खरीदने पर प्रतिबंध हो ,उस मामले में यह धारा लगाई जाती है. उदाहरण के तौर पर सांप के विष जैसे औषधि में काम आता है इसके लिए लाइसेंस की जरूरत होती है न की किसी नशे के लिए.

वही 8/20 धारा में मारिजुआना के साथ पकड़े जाने पर नारकोटिक्‍स ड्रग्‍स एंड साइकोट्रोपिक सब्‍सटेंस एक्‍ट यानी एनडीपीएस (NDPS) एक्ट की तहत कार्रवाई होती है. यह कानून नशीले पदार्थों की तस्करी से संबंधित है. इस कानून के तहत दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों को 1 से 20 वर्ष के कठोर कारावास की सजा होती है.

This post was last modified on November 21, 2024 4:46 pm